कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचा पूर्व PM मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर, सोनिया, राहुल और प्रियंका ने दी श्रद्धांजलि; अंतिम संस्कार सुबह 11:45 बजे

नई दिल्ली ( शिखर दर्शन ) // देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा शुरू हो गई है। उनका पार्थिव शरीर पीएम आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया, जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को कांग्रेस कार्यालय में रखा गया है, जहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, और कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों ने भी पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक भी बड़ी संख्या में उनके अंतिम दर्शन के लिए जुटे हैं।

सुबह 11:45 बजे होगा अंतिम संस्कार
डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर सुबह 11:45 बजे किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में घोषणा करते हुए बताया कि अंतिम यात्रा सुबह 9:30 बजे कांग्रेस मुख्यालय से शुरू होगी। वीआईपी घाट पर सरदार रीति-रिवाजों के अनुसार चंदन की लकड़ी का उपयोग कर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कांग्रेस ने व्यक्त की नाराजगी
निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर नाराजगी जताई। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री का सम्मानजनक स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं तय कर पाई, जो देश के पहले सिख प्रधानमंत्री के प्रति असम्मान है। हालांकि, गृह मंत्रालय ने देर रात यह स्पष्ट किया कि डॉ. सिंह के सम्मान में स्मारक बनाने का निर्णय लिया गया है और कांग्रेस को इसकी जानकारी दी गई है।

दुनियाभर में शोक
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, रूस, पाकिस्तान, और श्रीलंका समेत कई देशों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने उन्हें भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी का सबसे बड़ा समर्थक बताया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि भारत ने एक महान नेता को खो दिया है।
आर्थिक सुधारों के जनक
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात 92 वर्ष की आयु में एम्स, दिल्ली में निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे डॉ. सिंह को घर पर बेहोश होने के बाद अस्पताल लाया गया, जहां उन्होंने रात 9:51 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन पर भारत सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।

डॉ. मनमोहन सिंह का नाम भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तंभ के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां हैं। उनका योगदान न केवल भारत के लिए बल्कि वैश्विक मंच पर भी अमूल्य है।