देश के मन-‘मोहन’ का आज अंतिम संस्कार, निगमबोध घाट पर होगी अंत्येष्टि; कांग्रेस का आरोप- मोदी सरकार स्मारक के लिए स्थान निर्धारित करने में नाकाम

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज अंतिम संस्कार, निगमबोध घाट पर होगा अंतिम विदाई समारोह
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज दिल्ली के निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने अंतिम संस्कार का समय सुबह 11:45 बजे निर्धारित किया है। उनकी अंतिम यात्रा सुबह 9:30 बजे दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) मुख्यालय से निगमबोध घाट के लिए प्रस्थान करेगी। डॉ. सिंह के पार्थिव शरीर को सुबह 8:30 से 9:30 बजे तक कांग्रेस कार्यालय में रखा जाएगा, जहां पार्टी कार्यकर्ता और आम जनता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जानकारी दी कि सुबह 8 बजे डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास से AICC मुख्यालय लाया जाएगा। यहां एक घंटे तक लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे, जिसके बाद उनकी अंतिम यात्रा निगमबोध घाट के लिए रवाना होगी।
निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार की व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने असंतोष व्यक्त किया है। केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक के लिए उपयुक्त स्थान निर्धारित करने में विफल रही है, जो देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का अपमान है। हालांकि, गृह मंत्रालय ने देर रात घोषणा की कि डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में स्मारक बनाने का निर्णय लिया गया है और कांग्रेस को इस बारे में सूचित कर दिया गया है, लेकिन उपयुक्त स्थान तय करने में कुछ समय लग सकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि डॉ. सिंह का जहां अंतिम संस्कार हो, वहीं उनका स्मारक बनाया जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत में कहा कि यही पूर्व प्रधानमंत्री के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर विश्वभर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, रूस, पाकिस्तान और श्रीलंका समेत कई देशों के नेताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए संवेदनाएं प्रकट की हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि डॉ. सिंह अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी के बड़े समर्थक थे और पिछले दो दशकों में दोनों देशों द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों की नींव उन्होंने ही रखी थी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि भारत ने एक महान व्यक्ति खो दिया है।
डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात 92 वर्ष की आयु में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में निधन हो गया था। वह लंबे समय से बीमार थे और घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था, जहां रात 9:51 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। भारत सरकार ने उनके निधन पर 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है, जिसके दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
आज के अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। दिल्ली पुलिस ने निगमबोध घाट के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और यातायात के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं। देशभर से लोग अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह की सादगी, विद्वता और देश के प्रति उनकी सेवाओं को हमेशा याद किया जाएगा। उनकी आर्थिक नीतियों ने भारत को नई दिशा दी और वैश्विक मंच पर देश की प्रतिष्ठा बढ़ाई। उनका निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।