चिल्फी घाटी में 12 घंटे से अधिक समय से जाम, 20 किमी तक वाहनों की लंबी कतार, यात्रियों को हो रही परेशानी

कवर्धा (शिखर दर्शन) // चिल्फी घाटी में गुरुवार रात से शुरू हुआ जाम शुक्रवार को भी बरकरार है। रायपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे 30 पर तीन स्थानों पर ट्रक खराब होने से 20 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। स्थिति यह है कि छोटे वाहनों और यात्री बसों को निकलने में भी भारी परेशानी हो रही है।
ट्रकों की खराबी बनी जाम की वजह
जानकारी के अनुसार, चिल्फी घाटी में तीन अलग-अलग स्थानों पर ट्रकों के खराब होने से हाईवे पर बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। चिल्फी थाना प्रभारी उमाशंकर राठौर ने बताया कि पुलिस टीम पूरी रात ड्यूटी पर तैनात रही और छोटे वाहनों के लिए बमुश्किल एक-तरफा रास्ता बनाया गया। हालांकि भारी वाहनों को हटाने में अभी समय लग सकता है।

रात 10 बजे से लगा है जाम, 12 घंटे बाद भी राहत नहीं
गुरुवार रात 10 बजे से शुरू हुए इस जाम में फंसे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दोनों तरफ करीब 20 किलोमीटर तक बड़ी गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस ने भारी वाहनों को घाट से पहले ही रोक दिया है, जबकि छोटे वाहनों को किसी तरह से निकाला जा रहा है।
रायपुर-जबलपुर मार्ग का मुख्य रास्ता बना मुसीबत
चिल्फी घाटी रायपुर और जबलपुर के बीच नेशनल हाईवे 30 का एकमात्र मार्ग है, जहां रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। घाटी में सड़क की चौड़ाई कम और एक तरफ गहरी खाई होने के कारण यहां जाम लगने की समस्या आम हो चुकी है। ट्रकों के ओवरलोड होने और खराबी के कारण घाट पर बड़े वाहन रुक जाते हैं, जिससे पूरे हाईवे पर यातायात ठप हो जाता है।
स्थायी समाधान की मांग
स्थानीय लोगों और यात्रियों का कहना है कि प्रशासन को इस समस्या के स्थायी समाधान पर ध्यान देना चाहिए। घाटी में सड़क चौड़ीकरण और पुराने वाहनों की निगरानी जैसी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही भारी वाहनों को हटाकर यातायात सामान्य कर दिया जाएगा।
यात्रियों की परेशानी
जाम में फंसे यात्री भोजन और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में परेशान हैं। प्रशासन की ओर से राहत कार्यों को तेज करने की मांग उठ रही है।