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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर घर पहुंचा, 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित; केंद्र सरकार ने सभी कार्यक्रम रद्द किए, टीम इंडिया मेलबर्न टेस्ट में काली पट्टी बांधकर खेली

राष्ट्र ने खोया एक प्रखर अर्थशास्त्री और नेता

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 26 दिसंबर की रात उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया, जहां रात 9:51 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर रखा गया है।

7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, और केंद्र के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ संपन्न किया जाएगा।

नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उनके साथ बिताए पलों को याद किया। पीएम मोदी ने लिखा, “भारत ने अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक को खो दिया है। साधारण पृष्ठभूमि से उठकर वे एक महान अर्थशास्त्री बने।”

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “मनमोहन सिंह जी ने अपनी बुद्धिमत्ता और ईमानदारी से देश का नेतृत्व किया। मैंने एक मार्गदर्शक और प्रेरणा खो दी है।”
प्रियंका गांधी ने भी डॉ. सिंह की प्रशंसा करते हुए लिखा, “वे राजनीति में गरिमा और ईमानदारी के प्रतीक थे। उनके कार्य और व्यक्तित्व हमेशा प्रेरणादायक रहेंगे।”

टीम इंडिया ने जताया सम्मान
मेलबर्न टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम ने काली पट्टी बांधकर पूर्व प्रधानमंत्री के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

राजकीय शोक का ऐलान
केरल सरकार ने भी 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को याद करते हुए पूरा देश शोक की भावना में डूबा हुआ है।

डॉ. मनमोहन सिंह की ईमानदारी, सरलता, और गहरी आर्थिक समझ ने देश को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनका योगदान भारत की स्मृतियों में सदैव अमर रहेगा।

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