कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी: शीतलहर ने ढाया कहर, जनजीवन प्रभावित
साल 2024 का आखिरी सप्ताह सर्दी के चरम पर है। पहाड़ों पर बर्फबारी ने कश्मीर से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड तक सफेद चादर बिछा दी है। शिमला, कुल्लू, मनाली, औली, उत्तरकाशी और केदारनाथ जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में पर्यटकों का सैलाब उमड़ पड़ा है, जबकि आम जनजीवन पर इसका व्यापक असर पड़ा है।
नेशनल हाईवे बाधित, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
बर्फबारी के कारण हिमाचल प्रदेश में तीन नेशनल हाईवे (NH-03, NH-305, NH-505) और 174 स्टेट हाईवे बंद हो गए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने ऊंचाई वाले इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया है। सड़कों पर फिसलन और बर्फ जमने के कारण परिवहन सेवाएं बाधित हैं। वहीं, बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।
उत्तराखंड में बर्फबारी की दस्तक
उत्तराखंड के औली, उत्तरकाशी, चकराता, बद्रीनाथ और केदारनाथ जैसे इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई है। केदारनाथ धाम में इस सीजन की दूसरी बर्फबारी हो रही है, जिससे पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने क्रिसमस और नए साल पर और अधिक ठंड बढ़ने की चेतावनी दी है।
कश्मीर: पारा गिरकर माइनस 25 डिग्री पर पहुंचा
कश्मीर में सर्दी ने नया रिकॉर्ड बनाया है। जोजिला में तापमान -25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो क्षेत्र का सबसे कम तापमान है। श्रीनगर में -3.6°, पहलगाम में -5.0°, गुलमर्ग में -4.8°, और अनंतनाग में -6.1° सेल्सियस तक पारा गिर चुका है। पंपोर के कोनीबल में शून्य से 6 डिग्री नीचे तापमान घाटी का सबसे ठंडा स्थान रहा।
पर्यटकों की आमद बढ़ी, सुरक्षा के लिए एडवाइजरी
शिमला, मनाली और अन्य लोकप्रिय हिल स्टेशनों पर बड़ी संख्या में पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेने पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने सड़कों पर फिसलन और शून्य से नीचे तापमान के कारण सावधानी बरतने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में तापमान में 2-3 डिग्री की और गिरावट का अनुमान जताया है। ऊंचाई वाले इलाकों में यात्रा करने वालों को सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने की सिफारिश की गई है।
हिमाचल में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण छह जिलों में 683 स्थानों पर बिजली आपूर्ति ठप है। कुछ इलाकों में पानी की आपूर्ति भी बाधित हो गई है। प्रशासन ने जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
जनजीवन पर असर
बर्फबारी से जहां एक ओर पर्यटक रोमांच का अनुभव कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन सेवाओं में रुकावट और बिजली-पानी की कमी ने ठंड के इस मौसम में मुश्किलें बढ़ा दी हैं।