छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन बना ग्रामीण विकास का आधार, महिलाओं के जीवन में लाया क्रांतिकारी बदलाव
रायपुर ( शिखर दर्शन ) // राज्य के हर नागरिक को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी मानी जाती है। छत्तीसगढ़ के निर्माण के समय सुदूरवर्ती इलाकों में तालाब, नदी और झिरिया का पानी पीकर जीवन यापन करने वाले लोगों को बीमारियों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब, राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में, जल जीवन मिशन के माध्यम से इस स्थिति में बड़ा बदलाव लाया जा रहा है।
जल जीवन मिशन की शुरुआत और उद्देश्य
2019 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए जल जीवन मिशन का उद्देश्य ग्रामीण भारत के हर घर तक सुरक्षित और पीने योग्य पानी पहुंचाना है। छत्तीसगढ़ जैसे राज्य, जहां अधिकांश आबादी ग्रामीण इलाकों में निवास करती है, के लिए यह मिशन अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुआ है। मिशन के तहत घर-घर नल कनेक्शन के जरिए प्रति व्यक्ति 55 लीटर पानी प्रतिदिन उपलब्ध कराया जा रहा है।
महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव
जल जीवन मिशन ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं के जीवन को सशक्त बनाने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई है। जहां पहले महिलाओं और लड़कियों को जल संग्रह के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, अब नल से जल उपलब्ध होने के कारण उनके समय और ऊर्जा की बचत हो रही है। इसके चलते महिलाएं छोटे व्यापार, खेती और हस्तशिल्प जैसे कार्यों में योगदान कर रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
स्वास्थ्य में सुधार और शिक्षा का प्रसार
शुद्ध पेयजल की उपलब्धता ने ग्रामीण इलाकों में डायरिया, पीलिया और टाइफाइड जैसी बीमारियों की समस्या को कम किया है। साथ ही, लड़कियों को स्कूल जाने का समय मिलने से उनकी शिक्षा के स्तर में सुधार हो रहा है। मिशन के माध्यम से गांवों में पाइपलाइन बिछाकर स्वच्छ जल पहुंचाया जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च भी कम हुआ है।
जल प्रबंधन में महिलाओं की भागीदारी
मिशन के अंतर्गत बनी जल प्रबंधन समितियों में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है। ये समितियां जल की गुणवत्ता और वितरण सुनिश्चित करती हैं, जिससे महिलाओं की नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। अब वे जल प्रबंधन की नेता बनकर अपने परिवार और समुदाय को मजबूत बना रही हैं।
आर्थिक और पर्यावरणीय प्रभाव
जल जीवन मिशन ने न केवल ग्रामीण समाज के आर्थिक और सामाजिक मुद्दों का समाधान किया है, बल्कि पर्यावरण संतुलन को भी बढ़ावा दिया है। इस्तेमाल किए गए जल का पुनः उपयोग कर महिलाएं किचन गार्डन में सब्जियों की खेती कर रही हैं, जो परिवार के पोषण में सहायक हो रहा है।
प्रगति के आँकड़े
छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन का 79% कार्य पूरा हो चुका है। अब तक 36 लाख से अधिक घरों में नल कनेक्शन दिए गए हैं। रायपुर, धमतरी, राजनांदगांव और अन्य जिलों में मिशन के तहत अधिकांश कार्य पूरे हो चुके हैं। खारे पानी और भू-जल की समस्याओं से जूझ रहे गांवों में 71 मल्टी-विलेज योजनाओं के माध्यम से सतही जल उपलब्ध कराया जा रहा है।
भविष्य की राह
जल जीवन मिशन ने साबित कर दिया है कि जल का सही प्रबंधन समाज के हर वर्ग के जीवन को बेहतर बना सकता है। इससे ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण, लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च में कमी और पर्यावरण संरक्षण जैसे अनेक क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ का विकास और मिशन की सफलता
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जल जीवन मिशन ग्रामीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। यह मिशन सिर्फ़ एक योजना नहीं, बल्कि एक आंदोलन बनकर समाज को सशक्त, स्वस्थ और आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रहा है।