केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे रायपुर , CM साय ने किया स्वागत ,
नक्सलवाद पर कड़ा संदेश, बस्तर के विकास पर फोकस
रायपुर ( शिखर दर्शन ) // केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर शनिवार देर रात रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और शिवकुमार शर्मा ने उनका स्वागत किया। उनके साथ कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे, जिनमें विधायक किरण सिंह देव, डीजीपी अशोक जुनेजा, कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह और एसपी लाल उम्मेद सिंह शामिल थे।
गृह मंत्री का यह दौरा बेहद खास माना जा रहा है। आज रात वे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा बलों के कैंप में जवानों के साथ रात बिताएंगे, जिससे नक्सलवाद के खिलाफ सरकार के कड़े इरादों का स्पष्ट संकेत मिलता है।
मुख्य कार्यक्रमों की रूपरेखा
गृह मंत्री शाह का कार्यक्रम रविवार सुबह 11 बजे रायपुर के पुलिस ग्राउंड से शुरू हुआ, जहां उन्होंने राष्ट्रपति ध्वज अलंकरण समारोह में भाग लिया। इस दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति कलर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
दोपहर 2:30 बजे अमित शाह जगदलपुर पहुंचे। यहां उन्होंने बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में भाग लिया। यह आयोजन बस्तर क्षेत्र की संस्कृति और खेल प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया था।
शाम 5:15 बजे गृह मंत्री ने जगदलपुर सर्किट हाउस में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने नक्सलवाद के मुद्दे और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास कार्यक्रमों पर चर्चा की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापना की प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी।
रात में अमित शाह सुरक्षा बलों के कैंप में जवानों के साथ समय बिताएंगे। यह कदम न केवल जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि नक्सलियों के गढ़ में सरकार की सख्ती का संदेश भी देता है।
LWE बैठक और समीक्षा
सोमवार सुबह अमित शाह रायपुर लौटकर LWE (लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिज्म) की बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रही सुरक्षा और विकास योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। बैठक के बाद वे दिल्ली लौट जाएंगे।
बस्तर दौरे का महत्व
अमित शाह का यह दौरा नक्सलवाद के खात्मे के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मार्च 2026 तक नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे के लक्ष्य के तहत बस्तर क्षेत्र में लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल के महीनों में कई बड़े नक्सली नेताओं का सफाया हुआ है, जिससे नक्सलियों की ताकत कमजोर पड़ रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमित शाह इस दौरे के दौरान बस्तर के लिए कुछ अहम घोषणाएं कर सकते हैं। इनमें सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले कदम शामिल हो सकते हैं।
बस्तर में विकास और शांति का संदेश
गृह मंत्री का बस्तर दौरा न केवल नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह क्षेत्र में शांति और विकास के नए युग की शुरुआत का संकेत भी है। सरकार का फोकस नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास योजनाओं को तेज करने और स्थानीय जनता का विश्वास जीतने पर है।
यह दौरा नक्सलियों को स्पष्ट संदेश देता है कि सरकार किसी भी स्थिति में नक्सलवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी। वहीं, आत्मसमर्पण करने वालों के लिए पुनर्वास योजनाओं से यह भी संदेश दिया गया है कि सरकार उनके लिए मुख्यधारा में लौटने के द्वार खुले रखेगी।
अमित शाह के दौरे से न केवल छत्तीसगढ़ में सुरक्षा की स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह विकास और शांति की नई शुरुआत को भी प्रेरित करेगा।