सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही, वेतन कटौती और नोटिस जारी

भोपाल ( शिखर दर्शन ) // मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। जिला स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा की गई एक औचक निरीक्षण में दो दर्जन से अधिक डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी गायब पाए गए, जिनमें से कई डॉक्टरों और स्टाफ को नोटिस जारी कर उनका वेतन काटने की कार्रवाई की गई है।

सीएमएचओ की नेतृत्व में बनी एक निरीक्षण टीम ने भोपाल के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में दबिश दी। निरीक्षण के दौरान अस्पतालों के कई डॉक्टर और हेल्थ वर्कर्स अपनी ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे। टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में यह सामने आया कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही के चलते सेवाओं में व्यवधान उत्पन्न हो रहा था।
वेतन कटौती और नोटिस प्राप्त करने वाले डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की सूची इस प्रकार है:
- डॉ. अंजू, चिकित्सा अधिकारी, सिविल डिस्पेंसरी अहमदाबाद
- डॉ. प्रशांत, चिकित्सा अधिकारी, सिविल डिस्पेंसरी अहमदाबाद
- डॉ. लक्ष्मी लहरी, चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक लक्ष्मण नगर
- डॉ. नैंसी गुप्ता, चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- डॉ. उर्वशी गंगवाल, चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- डॉ. आस्था रघुवंशी, चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- डॉ. सोनाली मिश्रा, चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- डॉ. सुषमा कालभोरे, चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- डॉ. संगीता गोयल, चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- डॉ. दिवाकर मिश्रा, दंत चिकित्सक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- डॉ. तेज, चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक
- डॉ. संजय मल्होत्रा, चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक ईशान नगर
- डॉ. शक्ति गोलाइत, चिकित्सा अधिकारी, सिविल डिस्पेंसरी गोविंदपुरा
- डॉ. दीपक, चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक कटारा हिल्स
- सरिता विश्वकर्मा, लैब टेक्नीशियन, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अशोका गार्डन
- मीनाक्षी शर्मा, टीबीएचवी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- स्टेफी राजोरिया, नर्सिंग ऑफिसर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
- रामविलास साहू, फार्मासिस्ट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिसरोद
- नीतेश राठौर, नर्सिंग ऑफिसर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिसरोद
- महेंद्र पाटीदार, लैब टेक्नीशियन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिसरोद
सीएमएचओ ने बताया कि इस तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह भी बताया गया कि जिन स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की गई है, उनकी ड्यूटी के समय अनुपस्थिति और लापरवाही से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

जिला प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही करने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रखी जाएगी।