युवक को नग्न कर बैल्ट से पीटने वाले कुख्यात गैंग के 9 सदस्य गिरफ्तार, मुख्य आरोपी ‘रावण’ अब भी फरार
रायगढ़ ( शिखर दर्शन ) // छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में अपराधी बंटी साहू और उसके साथियों द्वारा की गई बर्बर घटनाओं ने इलाके में सनसनी फैला दी है। हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में बंटी साहू को दो युवकों को नग्न कर बेल्ट से पीटते हुए देखा गया। इस घटना के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए बंटी साहू के गिरोह के नौ सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधियों को पुलिस ने जुलूस निकालकर सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाई। हालांकि, मुख्य आरोपी बंटी साहू उर्फ रावण और उसके दो साथी अब भी फरार हैं।
घटनाओं का सिलसिला और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
9 दिसंबर को सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद, जूटमिल क्षेत्र निवासी रोमेश साहू (33) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि बंटी साहू और उसके साथियों ने उनके घर में घुसकर उन्हें बंधक बनाया और बेरहमी से पीटा। इस पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 497/2024 के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया।
इसके अलावा, चक्रधरनगर क्षेत्र में 12 नवंबर को गन्ना पूजा के दिन बंटी साहू और उसके साथियों ने 2300 रुपये की लूट की। पीड़ित की मां कंचनबाई द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 561/2024 में मामला दर्ज किया।
गणेश विसर्जन के दौरान जूटमिल में भी बंटी और उसके साथियों द्वारा सागर साहू (24) के साथ मारपीट और लूटपाट की घटना सामने आई। इस पर अपराध क्रमांक 498/2024 के तहत मामला दर्ज हुआ।
गिरफ्तार अपराधियों की सूची
जूटमिल मामलों में:
- आशीष यादव (36),
- अभिकांत राज यादव (23),
- मनोष सिदार (27),
- रमन यादव (30),
- श्याम यादव (36),
- बबलू साहू (22),
- राजू साहू (28)।
चक्रधरनगर मामले में:
- राजा सारथी (25),
- संदीप कुमार सारथी (34)।
विशेष टीम की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने दबिश देकर 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिन्हें न्यायालय में पेश कर रिमांड पर जेल भेजा गया।
बंटी साहू की तलाश जारी
मुख्य आरोपी बंटी साहू और उसके दो साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तलाश तेज कर दी है। इस मामले ने पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों को सतर्क कर दिया है।
संदेश स्पष्ट: अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं
गिरफ्तार आरोपियों के जुलूस और सार्वजनिक माफी ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि रायगढ़ में अपराध और बदमाशी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस का यह सख्त कदम अपराधियों के लिए एक चेतावनी है कि हर गलत काम की सजा तय है।