संभल के बाद अब सुपौल में बवाल: भीड़ ने किया पथराव, SHO राजीव कुमार घायल, आत्मरक्षा में तानी पिस्तौल
सुपौल में पुलिस और भीड़ के बीच हिंसक झड़प, SHO ने पत्थरबाजी के बीच निकाली पिस्टल
त्रिवेणीगंज में सड़क जाम को लेकर बवाल, हालात काबू में लेकिन तनाव बरकरार
सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज में गुरुवार (5 दिसंबर) को पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई। मामला उस समय गंभीर हो गया जब जदिया थाना प्रभारी (SHO) राजीव कुमार पर भीड़ ने अचानक पथराव कर दिया। हालात बेकाबू होते देख SHO ने आत्मरक्षा में अपनी पिस्टल निकाल ली, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया।
लाठी-डंडों से लैस होकर थाने पहुंचे लोग
यह घटना तब शुरू हुई जब करीब 100 से अधिक लोग किसी विवाद के चलते लाठी-डंडों के साथ त्रिवेणीगंज थाना पहुंचे। भीड़ का उद्देश्य पुलिस पर दबाव बनाना था। थाना परिसर में प्रवेश करने से रोके जाने के बाद भीड़ ने त्रिवेणीगंज बाजार के दुर्गा मंदिर के पास सड़क जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
SHO पर अचानक हुआ पथराव
इसी दौरान जदिया थाना प्रभारी राजीव कुमार पुलिस बल के साथ किसी काम से त्रिवेणीगंज पहुंचे। जाम देखकर जब वे पैदल थाना की ओर बढ़ने लगे, तभी भीड़ ने उन पर अचानक पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में SHO राजीव कुमार घायल हो गए। स्थिति को बिगड़ता देख उन्होंने अपनी पिस्टल निकाल ली। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए हमलावरों को खदेड़ दिया। करीब 15 मिनट तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई।
झड़प का कारण अब तक स्पष्ट नहीं
हालांकि इस हिंसक झड़प का तात्कालिक कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस मामले को जमीन विवाद और स्थानीय अहम की लड़ाई से जोड़कर देख रही है। घटना के पीछे के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है।
स्थिति नियंत्रित, अधिकारी कर रहे निगरानी
घटना की जानकारी मिलते ही त्रिवेणीगंज के एसडीओ शंभूनाथ और एसडीपीओ विपिन कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। दोनों अधिकारी फिलहाल घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
त्रिवेणीगंज एसडीएम शंभूनाथ ने बताया, “स्थिति अब नियंत्रण में है। पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। पत्थरबाजी में SHO और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। मामले की गहन जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी।”
फिलहाल पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और इलाके में शांति बहाल करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन स्थानीय लोगों में तनाव अभी भी बना हुआ है।