महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम तय, विधायक दल की बैठक में होगा अंतिम फैसला
महाराष्ट्र CM का फैसला आज: देवेंद्र फडणवीस का नाम तय, 3 दिसंबर को विधायक दल की बैठक में होगा आधिकारिक ऐलान
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री का नाम आज तय हो सकता है। कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि महायुति में कोई मतभेद नहीं है और CM का निर्णय प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह लेंगे। सूत्रों के अनुसार, 3 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में दिल्ली से दो ऑब्जर्वर मुंबई पहुंचेंगे, जो विधायकों से चर्चा के बाद आधिकारिक रूप से CM का नाम घोषित करेंगे। हालांकि, बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल हो चुका है।
मुंबई ( शिखर दर्शन ) // महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का परिणाम 23 नवंबर को आया था, और अब तक बीजेपी नेतृत्व वाली महायुति सरकार गठन में नाकाम रही है। चुनाव के दस दिन बाद भी मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है, जबकि महायुति गठबंधन के भीतर शिवसेना (शिंदे गुट) और बीजेपी के बीच एक राय का अभाव है। इस बार महायुति ने 230 विधानसभा सीटों में से 132 सीटों पर जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 132, शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटों पर विजय प्राप्त की है।
न्यूज़ एजेंसी PTI के अनुसार, बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने पुष्टि की है कि देवेंद्र फडणवीस का नाम महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर तय हो गया है। 2 या 3 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें इस निर्णय पर आधिकारिक मुहर लग जाएगी। इस बैठक में बीजेपी के विधायक दल का नया नेता चुना जाएगा, और इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम का औपचारिक ऐलान किया जाएगा।
इससे पहले, कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वे बीजेपी के फैसले का समर्थन करेंगे। शिंदे पिछले दो दिन अपने पैतृक गांव सातारा में आराम करने गए थे, जहां शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ी, लेकिन अब वे ठीक हैं और रविवार को मुंबई वापस लौट आए।
इस बीच, शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आज़ाद मैदान में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी भी रहेगी। चुनावी जीत के बाद बीजेपी बेहद सावधानी से आगे बढ़ रही है, खासकर शिवसेना के बढ़ते दबाव को देखते हुए।
कैबिनेट गठन पर गतिरोध
शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह मंत्रालय था, और यह पद छोड़ने को लेकर विवाद चल रहा है। शिंदे गुट का कहना है कि अगर डिप्टी सीएम का पद हमें मिल रहा है तो गृह मंत्रालय भी हमें दिया जाए। हालांकि, गृह मंत्रालय के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बैठक में कोई हल नहीं निकल सका है। बीजेपी के लिए गृह मंत्रालय एक अहम विभाग है, और माना जा रहा है कि बीजेपी इस पद को किसी कीमत पर छोड़ने को तैयार नहीं है।
इस गतिरोध के बावजूद, आगामी दिनों में मुख्यमंत्री और कैबिनेट के गठन पर स्थिति साफ हो सकती है, जब पार्टी के भीतर की खींचतान का हल निकलेगा।