श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे का मांडू दौरा: जहाज महल के ऐतिहासिक वैभव से होंगे रूबरू
धार //मांडू ( शिखर दर्शन ) // श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे आज सुबह मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक मांडू कस्बे का दौरा करेंगे। अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत, विक्रमसिंघे सुबह 10:00 बजे हेलीकॉप्टर से मांडू पहुंचेंगे, जहां वे मांडू के प्रसिद्ध जहाज महल की गौरवमयी गाथा और इतिहास से परिचित होंगे। उनके आगमन पर स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा एवं स्वागत की विशेष तैयारियां की हैं।
जिला प्रशासन ने की चाक-चौबंद व्यवस्था
मध्य प्रदेश की पर्यटन नगरी मांडू में श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए व्यापक इंतजाम किए हैं। कलेक्टर संदीप गुर्जर, संयुक्त कलेक्टर वसीम अहमद भट्ट, और नालछा तहसीलदार राहुल गायकवाड समेत कई प्रशासनिक अधिकारी सुबह से तैयारियों में जुटे हुए हैं। विक्रमसिंघे के दौरे के मद्देनजर जहाज महल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और अधिकारियों ने महल का निरीक्षण कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की है।
प्रसिद्ध जहाज महल का भ्रमण
मांडू का जहाज महल, जो अपने अनोखे वास्तुशिल्प और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति का मुख्य आकर्षण रहेगा। महल के इतिहास और स्थापत्य कला से रूबरू होने के लिए उन्हें एक विशेष गाइड उपलब्ध कराया जाएगा। अधिकारियों ने उनके स्वागत में हल्के नाश्ते और दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी की है, जिसमें स्थानीय व्यंजनों का विशेष ध्यान रखा गया है।
दोपहर में लंच के बाद इंदौर प्रस्थान
जहाज महल का भ्रमण और दोपहर का लंच पूरा करने के बाद, विक्रमसिंघे दोपहर 3:30 बजे इंदौर के लिए रवाना होंगे। इंदौर में उनका एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने का भी कार्यक्रम है। मांडू में इस विशेष दौरे को लेकर स्थानीय लोग और पर्यटक उत्साहित हैं, और इस ऐतिहासिक स्थल के संरक्षण और प्रचार-प्रसार की दृष्टि से इसे एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
अधिकारियों ने संभाला मोर्चा
विक्रमसिंघे के आगमन के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। मांडू में एसडीएम संदीप गुर्जर, संयुक्त कलेक्टर वसीम अहमद भट्ट, नालछा तहसीलदार राहुल गायकवाड और अन्य अधिकारियों ने महल परिसर में सुरक्षा, भोजन और यात्रा संबंधी व्यवस्थाओं को लेकर गहन समीक्षा की है।