छुईखदान की प्राचार्य पर धर्म परिवर्तन के दबाव का गंभीर आरोप, छात्राओं ने डीईओ को सौंपा ज्ञापन, निष्पक्ष जांच का आश्वासन
खैरागढ़ ( शिखर दर्शन ) // छत्तीसगढ़ के छुईखदान स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य एलिजा मोजेस पर छात्राओं ने धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। हिंदूवादी संगठनों के समर्थन से छात्राओं ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) लालजी द्विवेदी को ज्ञापन सौंपा और प्राचार्य के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। इस मामले ने क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया है।
छात्राओं का आरोप है कि प्राचार्य उनकी धार्मिक भावनाओं का लगातार अपमान कर रही हैं। उन्होंने बताया कि सरस्वती पूजन के दौरान प्राचार्य ने छात्राओं को जूते पहनने के निर्देश दिए, जो हिंदू मान्यताओं के अनुसार अशुभ माना जाता है। इसके अलावा, स्कूल के पुराने बैच और बेल्ट में बदलाव किया गया, जिसमें संस्कृत का श्लोक ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अंकित था। आरोप है कि इस श्लोक को हटाकर नया बैच लागू किया गया है और इसके लिए 100 रुपये का शुल्क वसूला जा रहा है। विरोध करने पर छात्राओं को स्कूल से निकालने की धमकी दी गई।
नवरात्रि के व्रत और छुट्टी पर धमकी का आरोप, बीईओ की निष्क्रियता
छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि नवरात्रि के दौरान व्रत रखने और छुट्टी मांगने पर उन्हें धमकाया गया, जो उनकी धार्मिक आस्था के विरुद्ध है। इस मामले की शिकायत पहले विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) से की गई थी, लेकिन बीईओ की निष्क्रियता से प्राचार्य के हौसले और बढ़ गए। आखिरकार, छात्राएं हिंदूवादी संगठनों के सहयोग से एसडीएम कार्यालय पहुंचीं और प्राचार्य के खिलाफ ज्ञापन सौंपा।
एबीवीपी का विरोध प्रदर्शन, अपर कलेक्टर का निष्पक्ष जांच का आश्वासन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेतृत्व में सैकड़ों छात्राओं ने डीईओ से प्राचार्य एलिजा मोजेस को निलंबित करने की मांग की है। एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो वे कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे और प्राचार्य का पुतला दहन करेंगे। इस घटना ने क्षेत्र में चर्चा का माहौल बना दिया है। खैरागढ़ के अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल ने निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।