बाबा महाकाल के अद्वितीय भक्त ‘डॉग खली’: मंदिर पहुंचते ही करता है नमन , सावन में रखता है उपवास , सुरक्षा में निभाता अहम भूमिका
उज्जैन ( शिखर दर्शन ) // बाबा महाकाल के करोड़ों भक्तों में से एक अनोखा भक्त इन दिनों सुर्खियों में है। यह भक्त न केवल महाकाल मंदिर की सुरक्षा का हिस्सा है, बल्कि अपनी भक्ति और समर्पण के कारण सबका ध्यान आकर्षित कर रहा है। हम बात कर रहे हैं उज्जैन पुलिस के जर्मन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते ‘डॉग खली’ की, जो न सिर्फ मंदिर पहुंचने पर बाबा महाकाल के शिखर को नमन करता है, बल्कि सावन के पवित्र महीने में उपवास भी करता है।
ड्यूटी से पहले करता है बाबा महाकाल को नमन
डॉग खली की उम्र लगभग चार साल है और इसे शाजापुर से उज्जैन लाया गया है। इसे महाकाल मंदिर की सुरक्षा में तैनात किया गया है। मंदिर के कर्मचारियों और पुजारियों के अनुसार, खली मंदिर में पहुंचते ही सबसे पहले महाकाल के शिखर की ओर नमन करता है और फिर अपनी ड्यूटी शुरू करता है। उसकी यह अद्वितीय श्रद्धा सभी को प्रभावित करती है।
सावन में रखता है उपवास
खली की भक्ति यहीं समाप्त नहीं होती। इस वर्ष सावन के महीने में उसने कथित तौर पर उपवास रखा है। सावन सोमवार को खली ने व्रत कर सभी को हैरान कर दिया। मंदिर के पुजारियों ने इसे उसकी भक्ति और समर्पण का प्रतीक बताया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि खली एक विशेष श्वान है, जो अपने कार्यों के साथ-साथ अपनी अनोखी आस्था के लिए भी जाना जाता है।
सुरक्षा में निभाता है अहम भूमिका
डॉग खली न केवल धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेता है, बल्कि महाकाल मंदिर और अन्य बड़े आयोजनों की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिले में कोई बड़ा आयोजन हो या फिर किसी राजनीतिक नेता का आगमन, खली को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। जब देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी उज्जैन आए थे, तब भी डॉग खली सुरक्षा दस्ते का महत्वपूर्ण हिस्सा था।
सुरक्षा दल का अनिवार्य सदस्य
डॉग खली को सब-इंस्पेक्टर महेश शर्मा, कांस्टेबल अनिल, हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह और कांस्टेबल राहुल व महेंद्र की टीम के साथ तैनात किया गया है। विनोद मीणा, जो इसके हैंडलर हैं, इसका विशेष ध्यान रखते हैं। खली न केवल पुलिस के लिए एक सहायक सुरक्षा अधिकारी है, बल्कि अपनी निष्ठा और समर्पण के कारण उज्जैन के लोगों के बीच भी प्रसिद्ध हो गया है।
समर्पण और कर्तव्य का उदाहरण
डॉग खली अपनी ड्यूटी और भक्ति दोनों में संतुलन बनाए रखने का अद्भुत उदाहरण है। वह न सिर्फ महाकाल की भक्ति करता है बल्कि मंदिर और जिले की सुरक्षा में भी बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाता है। उसकी अनूठी भक्ति और व्रत करने की खबर लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
डॉग खली न केवल उज्जैन पुलिस का एक महत्वपूर्ण सदस्य है, बल्कि बाबा महाकाल का एक सच्चा और समर्पित भक्त भी है। उसकी भक्ति और कर्तव्यनिष्ठा दोनों ही उसे अद्वितीय बनाते हैं।